लाल साड़ी में जब तुम मुझसे मिलने आती हो। برف... लाल साड़ी में जब तुम मुझसे मिलने आती हो। ...
मुरादों की एक सुरीली कविता बना देती है। मुरादों की एक सुरीली कविता बना देती है।
स्वामी जी का दिल पसीजा बाहर आए सारे नोट। स्वामी जी का दिल पसीजा बाहर आए सारे नोट।
तिरस्कार और लांछन तो जैसे मेला है, आत्मसम्मान की अर्थी निकली हो जैसे, कुड़े में पड़ा एक बेसाहरा टु... तिरस्कार और लांछन तो जैसे मेला है, आत्मसम्मान की अर्थी निकली हो जैसे, कुड़े मे...
अपनी माँ की बात लिखूँ क्या ? माँ बस याद बहुत आती है। अपनी माँ की बात लिखूँ क्या ? माँ बस याद बहुत आती है।
मानो तो एक बात बोले दुनिया जाए भाड़ में, मानो तो एक बात बोले दुनिया जाए भाड़ में,